दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान है, जिसे सिनेमा के पितामह कहे जाने वाले दादा साहेब फाल्के के नाम पर स्थापित किया गया है। इस पुरस्कार की शुरुआत 1969 में हुई थी, जब भारतीय सिनेमा ने अपने पचास वर्ष पूरे किये। यह सम्मान भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान और आजीवन उपलब्धि के लिए प्रदान किया जाता है।
इस पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण कमल (Golden Lotus), एक शॉल और एक बड़ी धनराशि का नकद पुरस्कार दिया जाता है। इसे राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार न केवल फिल्मी सितारों बल्कि फ़िल्म के तकनीकी और कला क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को भी दिया जाता है जो पर्दे के पीछे रहते हुए सिनेमा को ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान देते हैं।
यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को पहचान और सम्मान प्रदान करता है जिन्होंने भारतीय सिनेमा को समृद्ध बनाने में अद्वितीय भूमिका निभाई है। चाहे वह अभिनय हो, निर्देशन, संगीत, लेखन या तकनीकी कौशल- यह पुरस्कार सिनेमा की विविधता और व्यापकता को दर्शाता है।
आइये, उन महान हस्तियों की सूची पर एक नज़र डालें, जिन्होंने अपनी मेहनत, समर्पण और कला से भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया।
विजेता | वर्ष | कार्यक्षेत्र | फ़िल्म उद्योग |
1. देविका रानी रौरिक | 1969 | अभिनेत्री | हिंदी |
2. वीरेन्द्र नाथ सरकार | 1970 | निर्माता | बंगाली |
3. पृथ्वीराज राज कपूर (मरणोपरांत) | 1971 | अभिनेता | हिंदी |
4. पंकज मल्लिक | 1972 | संगीतकार | बंगाली, हिंदी |
5. सुलोचना रूबी नायर | 1973 | अभिनेत्री | हिंदी |
6. बी. एन. रेड्डी | 1974 | निर्देशक | तेलुगु |
7. धीरेन गांगुली | 1975 | अभिनेता, निर्देशक | बंगाली |
8. कानन देवी | 1976 | अभिनेत्री | बंगाली |
9. नितिन बोस | 1977 | छायाकार, निर्देशक, लेखक | बंगाली, हिंदी |
10. रायचंद बोराल | 1978 | संगीतकार, निर्देशक | बंगाली, हिंदी |
11. सोहराब मोदी | 1979 | अभिनेता, निर्देशक, निर्माता | हिंदी |
12. पी. जयराज | 1980 | अभिनेता, निर्देशक | हिंदी, तेलुगु |
13. नौशाद अली | 1981 | संगीतकार | हिंदी |
14. एल. वी प्रसाद | 1982 | अभिनेता, निर्माता, निर्देशक | तेलुगू, तमिल, हिंदी |
15. दुर्गा खोटे | 1983 | अभिनेत्री | हिंदी, मराठी |
16. सत्यजीत रे | 1984 | निर्देशक | बंगाली |
17. वी. शांताराम | 1985 | अभिनेता, निर्माता, निर्देशक | हिंदी, मराठी |
18. बी. नाग रेड्डी | 1986 | निर्माता | तेलुगू |
19.राजकपूर | 1987 | अभिनेता | हिंदी |
20. अशोक कुमार | 1988 | अभिनेता | हिंदी |
21. लता मंगेश्कर | 1989 | पार्श्वगायिका | हिंदी, मराठी |
22. ओकलिनेनी नागेश्वर राव | 1990 | अभिनेता | तेलुगु |
23. भालजी पेंढारकर | 1991 | निर्देशक, निर्माता, लेखक | मराठी |
24. भूपेन हजारिका | 1992 | पार्श्र्वगायक, संगीतकार | असमिया, बंगाली, हिंदी |
25. मजरूह सुल्तानपुरी | 1993 | गीतकार | हिंदी |
26. दिलीप कुमार | 1994 | अभिनेता | हिंदी |
27. डॉ राजकुमार | 1995 | अभिनेता | कन्नड़ |
28. शिवाजी गणेशन | 1996 | अभिनेता | तमिल |
29. कवि प्रदीप | 1997 | गीतकार | हिंदी |
30. बी.आर चोपड़ा | 1998 | निर्माता, निर्देशक | हिंदी |
31. ऋषकेश मुखर्जी | 1999 | निर्देशक | हिंदी |
32. आशा भोंसले | 2000 | पाश्र्वगायिका | हिंदी |
33. यश चोपड़ा | 2001 | निर्माता, निर्देशक | हिंदी |
34.देवानन्द | 2002 | अभिनेता, निर्माता, निर्देशक | हिंदी |
35. मृणाल सेन | 2003 | निर्देशक | बंगाली |
36. अडूर गोपाल कृष्णन | 2004 | निर्देशक | मलयालम |
37. श्याम बेनेगल | 2005 | निर्देशक | हिंदी |
38. तपन सिन्हा | 2006 | निर्देशक | बंगाली, हिंदी |
39. मन्ना डे | 2007 | पाश्र्वगायक | हिंदी |
40. वी. के. मूर्ति | 2008 | छायाकार | हिंदी |
41. डी. रामानायडू | 2009 | निर्माता, निर्देशक | तेलुगु |
42. के. बालाचंदर | 2010 | निर्देशक | तमिल, तेलुगु |
43. सौमित्र चटर्जी | 2011 | अभिनेता | बंगाली |
44. प्राण | 2012 | अभिनेता | हिंदी |
45. गुलजार | 2013 | गीतकार | हिंदी |
46. शशि कपूर | 2014 | अभिनेता | हिंदी |
47. मनोज कुमार | 2015 | अभिनेता | हिंदी |
48. कसीनथुनी विश्वनाथ | 2016 | निर्देशक | तेलुगू |
49. विनोद खन्ना | 2017 | अभिनेता | हिंदी |
50. अमिताभ बच्चन | 2018 | अभिनेता | हिंदी |
51. रजनीकांत | 2019 | अभिनेता | तमिल |
52. आशा पारेख | 2020 | हिंदी | |
53. वहीदा रहमान | 2021 | हिंदी | |
54. आशा पारेख | 2022 | हिंदी | |
55. रेखा | 2023 | अभिनेत्री | हिंदी |
56. मिथुन चक्रवर्ती | 2024 | अभिनेता | हिंदी |
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट, नवाचार और समर्पण का प्रतीक है। यह पुरस्कार उन महान हस्तियों के योगदान को मान्यता देता है जिन्होंने अपनी प्रतिभा, परिश्रम और जुनून से भारतीय फ़िल्म उद्योग को समृद्ध किया है। 1969 में इसकी स्थापना से लेकर अब तक यह सम्मान विभिन्न क्षेत्रों जैसे- अभिनय, निर्देशक, संगीत, लेखन और तकनीकी योगदान में अद्वितीय उपलब्धियां के लिए प्रदान किया गया है। पुरस्कार विजेताओं की सूची न केवल भारतीय सिनेमा के इतिहास की झलक देती है बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे इन व्यक्तियों ने कला और सिनेमा के माध्यम से समाज पर गहरा प्रभाव डाला। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार केवल सम्मान नहीं है, बल्कि उन मूल्यों और मानकों का उत्सव है जो भारतीय सिनेमा को विश्व मंच पर पहचान दिलाते हैं।
यह आने वाली पीढियां के लिए प्रेरणा का एक स्रोत है और यह सुनिश्चित करता है कि इन हस्तियों की विरासत सदैव जीवित रहे। यह पुरस्कार हमें याद दिलाता है कि सिनेमा केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि संस्कृति, भावना और रचनात्मकता की अभिव्यक्ति है। भारतीय सिनेमा को नए आयाम तक ले जाने वाले इन पुरस्कार विजेताओं को सलाम।
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