
यूं तो सिनेमा जगत सितारों का शहर है, जहां हर रोज़ एक नया चेहरा और हुनर देखने को मिलता है। इसी बीच कई कलाकार तो ऐसे भी हैं जो आज दिखाई भी नहीं पड़ते हैं। भारत में 1950 के दशक में फिल्मी दुनिया में एक ऐसे कलाकार ने कदम रखा जिसने सीधा लोगों के दिलों पर राज किया। उनकी कलाकारी के चर्चे आज भी उतने ही मशहूर हैं जितने की तब हुआ करते थे। उनकी मौजूदगी ही अपने आप में एक पहचान थी। मैं बात कर रही हूं राजकुमार की। उनके बोलने का अंदाज़, उनकी शैली और उनकी पर्सनालिटी देख हर कोई उनका कायल हो जाता था। उनके दमदार आवाज़ और संवाद शैली दर्शकों को शुरू से आखिर तक एक जगह बांधने के लिए काफी थे। उनकी फिल्में मनोरंजन के साथ-साथ अभिनय की कला की मिसाल पेश करते हैं।
इस लेख में हम राजकुमार की फिल्मों पर चर्चा करेंगे, जिन्होंने उन्हें हमेशा के लिए अमर कर दिया। इन्हीं की बदोलत भारतीय सिनेमा को एक नया हुनर मिला जो आज की लोगों के बीच उतना ही लोकप्रिय है जितना कल हुआ करता था।
फ़िल्म | वर्ष | किरदार | शैली |
1. रंगीली | 1952 | राज | सोशल ड्रामा। |
2. मदर इंडिया | 1957 | शम्मू | ड्रामा। |
3. दिल अपना और प्रीत परायी | 1960 | डॉ सुशील वर्मा | रोमांटिक ड्रामा। |
4. दिल एक मंदिर | 1963 | राम | रोमांटिक ड्रामा। |
5. वक़्त | 1965 | राजा | फैमिली ड्रामा/ थ्रिलर। |
6. काजल | 1965 | मोती | ड्रामा। |
7. हमराज | 1967 | कैप्टन राजेश | म्यूजिकल थ्रिलर। |
8. नीलकमल | 1968 | चितरसैन | सुपरनेचुरल रोमांस। |
9. हीर रांझा | 1970 | रांझा | रोमांटिक ड्रामा। |
10. पाकीजा | 1972 | सलीम अहमद खान | म्यूजिकल रोमांस। |
11. 36 घण्टे | 1974 | अशोक रॉय | थ्रिलर। |
12. कुदरत | 1981 | मोहन कपूर | रोमांस/थ्रिलर। |
13. सौदागर | 1991 | वीर सिंह/ वीरू | ड्रामा। |
14. तिरंगा | 1993 | ब्रिगेडियर सूर्यदेव सिंह | एक्शन/ देशभक्ति। |
15. बेताज बादशाह | 1994 | राजा पृथ्वीराज | ड्रामा। |
16. गॉड एंड गन | 1995 | ठाकुर विक्रम सिंह | एक्शन ड्रामा। |
राजकुमार भारतीय सिनेमा के ऐसे महान अभिनेता हैं, जिनके बोलने का अलग अंदाज ही उनकी पहचान है। उनकी खासियत यह है कि उनकी नकल करना बिल्कुल भी आसान नहीं है। उनके द्वारा निभाए गए किरदार आज भी लोगों को उतने ही पसन्द हैं जितना कि तब हुआ करते थे। वे अपने किरदार में खुदको पूरी तरह ढाल लिया करते थे।
उनकी तरह तरह के शैलियों की फिल्में इस बात का सबूत हैं कि कैसे एक कलाकार अपने टेलेंट के दम पर लोगों के दिलों पर राज़ कर सकता है। भले आज राजकुमार हमारे बीच नहीं है मगर उनका हुनर हमेशा के लिए अमर हो चुका है।