हनुमान जयंती क्यों मनाते हैं?

भारत एक धार्मिक और सांस्कृतिक विविधताओं वाले देश के रूप में जाना जाता है। यहां की विशेषता ही विभिन्न त्यौहार हैं। जिनकी खास बात यह है कि हर त्यौहार किसी न किसी तरह की धार्मिक भावनाओं तथा आस्था से जुड़ा है। हर त्यौहार का अपना इतिहास है अपनी ही कहानी है। ऐसा ही एक पर्व है हनुमान जयंती, जो कि पूरे भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व हनुमान जी को समर्पित है और शक्ति, साहस, निष्ठा और भक्ति का प्रतीक माना जाता है।

हनुमानजी जिन्हें सकंट हरने वाला भी कहा जाता है। श्रीराम जी के सबसे प्रिय भक्त हैं। इसीलिए यह दिन ओर भी खास हो जाता है। इस दिन लोग उपवास करते हैं, मन्दिर में जाकर भगवान श्रीराम और हनुमानजी के दर्शन करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं।

अगर आपके मन में भी यह सवाल उठता है कि आखिर हनुमान जयंती क्यों मनाते हैं, तो आज का यह लेख आपके सवालों का जवाब देगा।

1. हनुमानजी की भक्ति और सेवा को स्मरण करने के लिए-

हनुमानजी भगवान श्रीराम के सबसे प्रिय भक्त थे। माना जाता है कि हनुमानजी के रोम रोम में श्रीराम बसते हैं। यह दिन हमें उनकी श्रीराम के प्रति भक्ति और समर्पण की याद दिलाता है। वे हमेशा ही एक सच्चे भक्त माने जाते रहे हैं। साथ ही यह दिन सच्चे सेवक होने और आदर्श भक्त होने के रूप में मनाया जाता है।

2. धैर्य, शक्ति और साहस की प्रेरणा लेने के लिए-

हनुमानजी को बजरंगबली तथा संकटमोचन के नाम से भी पुकारा जाता है, वजह है उनके अंदर का अपार बल। उनके जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि सच्ची भक्ति और नेक इरादों से किसी भी मुश्किल का डटकर सामना किया जा सकता है और सफलता भी प्राप्त होती है।

3. नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के लिए-

धार्मिक मान्यता है कि हनुमान जी की उपासना करने से नकारात्मक ऊर्जा हमसे दूर रहती है। यही वजह है कि इस दिन विशेष पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है।

4. आरोग्य और दीर्घायु के लिए-

कहा जाता है कि हनुमानजी अमर हैं। इसीलिए उनकी कृपा पाने के लिए लोग उनकी भक्ति करते हैं।

हनुमान जयंती कैसे मनायी जाती है?

  • भक्त सुबह जल्दी उठकर स्नान करके व्रत की शुरुआत करते हैं।
  • मंदिरों में विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया जाता है।
  • भक्त हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और रामायण का पाठ करते हैं।
  • हनुमान मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया जाता है।
  • कई स्थानों पर हनुमान झांकियां निकाली जाती है।

हनुमान जयंती एक धार्मिक पर्व होने के साथ-साथ एक आध्यात्मिक अनुभव है, जो हमें सही मायनों में भक्ति, शक्ति और सेवा का सच्चा अर्थ समझाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि यदि इरादा पक्का हो और नियम अच्छी हो तो किसी भी बाधा को बिना रुके पार किया जा सकता है। इस दिन हम हनुमानजी के जन्म के दिन को याद करते हुए है उनके गुणों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प भी लेते हैं। साथ ही उनकी भक्ति में लीन होकर अपने अंदर एक नई ऊर्जा, साहस और सकारात्मकता को महसूस करते हैं। यही वजह है कि हनुमान जयंती भक्तों में एक नया जोश भर देता है और साहस के साथ सच्चाई के पथ पर आगे बढ़ने को प्रेरित करता है।

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